Gujarat riots Bilkis Bano:इंसाफ की में बिलकिस बानो को जीत मिली है।
वहीं बिलकिस बानो, जो पाँच महीने की गर्भवती थी और गुजरात दंगे के दौरान ग्यारह दरिंदों ने उसके साथ जघन्य अपराध किया, हालांकि उन्हें उस अपराध की सजा भी मिली थी। उम्र कैद नहीं, गुजरात की BJP सरकार ने उन दोषियों को करते हुए चौदह साल में रिहा कर दिया था।
BJP से अच्छा खासा नाता था, gang rape के ये दोषी BJP के माननीयों के साथ मंच साझा करते हुए देखे गए और शायद यही वजह रही होगी उन दोषियों को देने की। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को जमकर फटकार लगाई और उसके फैसले को पलट दिया है।
साथ ही इसे फ्रॉड एक्ट करार दिया गया है। कोर्ट ने यहाँ तक कहा कि गुजरात सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के साथ फ्रॉड किया है, तथ्य छिपाए हैं और दोषियों की रिहाई का अधिकार गुजरात सरकार नहीं, बल्कि महाराष्ट्र सरकार के पास था।इसलिए गुजरात सरकार का ये फैसला अमान्य है और उन दोषियों की रिहाई को रद्द किया जाता है।यानि अब उन्हें ग्यारह दोषियों को दो हफ्ते के भीतर भीतर सरेंडर करना होगा।
बिलकिस बानो: एक सामाजिक नायिका की कहानी और दिलचस्प तथ्य
gujarat riots bilkis bano
2002 के गुजरात दंगों में एक पीड़िता बनी बिलकिस बानो की कहानी आज भी हमें चौंका देती है। इस लेख में हम जानेंगे कौन हैं बिलकिस बानो और उनके साथ हुई घटना का विवरण।
बिलकिस बानो कौन हैं?
बिलकिस बानो एक साबरमती एक्सप्रेस दंगों की पीड़िता है जिनके साथ सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के सदस्यों की हत्या हुई थी।
घटना के दिन क्या हुआ?
2002 में गोधरा कांड के दौरान, बिलकिस और उसके परिवार को सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया और सातों को मौत के घाट उतार दिया गया।
अदालत का फैसला:
सोमवार को उच्चतम न्यायालय ने 11 दोषियों की रिहाई का फैसला रद्द किया, और दोषियों को आत्मसमर्पण के लिए आदेश दिया।
बिलकिस बानो का संघर्ष:gujarat riots bilkis bano
बिलकिस ने दंगे के बाद अपने साथ हुई दरिद्रता और अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया और न्याय पाने के लिए लड़ा।
परिवार के साथ भी दरिंदगी और बर्बरता के बारे में वकील ने आगे बताया, ‘बिलकिस की मां और चचेरी बहन के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। चार नाबालिग भाई-बहन… उनकी चचेरी बहन का दो दिन का बच्चा… चाची-चाची, अन्य चचेरे भाई-बहनों की हत्या कर दी गई।’
वकील शोभा ने कहा कि जो शव बरामद किए जा सके, उनके सिर और छाती कुचले हुए पाए गए। उन्होंने कहा कि हालांकि 14 मौतें हुईं, केवल सात के शव ही बरामद किए जा सके, क्योंकि जिस स्थान पर घटना घटी वह सुरक्षित नहीं था।
बिलकिस बानो कौन हैं?
बिलकिस बानो एक 2002 के गुजरात दंगों की पीड़िता है जिनके साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या हुई थी।
SC:उच्चतम न्यायालय का फैसला क्या है?
उच्चतम न्यायालय ने 11 दोषियों की रिहाई का फैसला रद्द किया और उन्हें आत्मसमर्पण के लिए आदेश दिया है।
कैसे हुआ था बिलकिस के साथ यह सब?
बिलकिस और उसके परिवार को गोधरा कांड के दौरान सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया और सातों को मौत के घाट उतार दिया गया।
क्या Bilkis Bano Ko न्याय मिला है?
बिलकिस के मामले में न्याय मिलने के बावजूद, उच्चतम न्यायालय ने दोषियों को रिहा करने का फैसला रद्द किया है।
क्या Bilkis Bano Ka संघर्ष जारी है?
हाँ, बिलकिस ने दंगे के बाद भी अपने साथ हुई दरिद्रता और अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया है और न्याय पाने के लिए लड़ा है।
कौन-कौन से अपराधियों पर केस चल रहा
11 दोषी, जिन्हें बिलकिस के मामले में सजा मिली थी, उच्चतम न्यायालय ने रिहा कर दिया है।
इस मामले में क्या और क्या हुआ था?
बिलकिस के साथ हुए सामूहिक बलात्कार और परिवार के सदस्यों की हत्या के अलावा, उच्चतम न्यायालय ने गुजरात सरकार के फैसले को शक्ति का दुरुपयोग बताया है।